हिम्मत और हौसलों की ऊंचाई कौन नाप पाया है, हिम्मत और हौसलों की ऊंचाई कौन नाप पाया है,
ना जाने क्यूँ रूठी हूं मैं, हर जगह से टूटी हूं मैं ! ना जाने क्यूँ रूठी हूं मैं, हर जगह से टूटी हूं मैं !
कभी जीवन कभी मृत्यु। पर असली व पूर्ण मानव तो वह है जो हर स्थिति में सम है। कभी जीवन कभी मृत्यु। पर असली व पूर्ण मानव तो वह है जो हर स्थिति में सम है।
मेरी कविताएं अमूमन मेरे विचार होते हैं, जो दिल से हाेते हुए कलम के रास्ते सीधे कागज पर उतर आते हैं। मेरी कविताएं अमूमन मेरे विचार होते हैं, जो दिल से हाेते हुए कलम के रास्ते सीधे क...
#जीने की उम्मीद मौला देता लेकिन कर्म हमारे होते #जीने की उम्मीद मौला देता लेकिन कर्म हमारे होते
आज वो बूढ़े हो गये और कुछ ऊँचा सुनने लगे हैं। आज वो बूढ़े हो गये और कुछ ऊँचा सुनने लगे हैं।